सन 1950 के अंत मे और 60 के दशक के शुरुआत मे अमेरिका के लॉस एन्जलिस और कैलीफॉरनिया की सड़को पर एक ऐसे सीरियल किलर का आतंक था।
जो अपना शिकार सिर्फ बूढ़ी औरतों को बनाता था। यह सीरियल किलर पहले उनका बलत्कार करता और फिर निर्ममता से उनकी हत्या कर देता। इस सरियल किलर का इतना आतंक था। बूढ़ी महिलाये घर से निकलने से घबराती थी।
आज के इस ब्लॉग पोस्ट मे हम उसी सीरयल किलर के बारे मे जानेंगे जिसे दुनिया “bouncing ball killer के नाम से जानती है।
28 मई 1959 को रुथ ग्विन नाम की एक 57 वर्षीय महिला अपने काम पर से घर की तरफ आ रही थी। दोपहर का समय था। अचानक पेड़ के पीछे छिपा एक व्यक्ति बाहर आता है।
जिसके हाथ मे एक मोटा डंडा होता है। उस व्यक्ति ने अचानक रुथ के ऊपर हमला कर दिया । जिससे रुथ बुरी तरह घायल हों गई ।
उसके बाद उस व्यक्ति ने रुथ को बालो से पकड़कर घसीटते हुए पार्किंग एरिया मे ले आया।
और फिर उसके साथ बलात्कार किया । रुथ की चिल्लाने की आवाज कुछ लोग सुन लेते हैं। जब वे लोग उसके करीब आते हैं। तो वह व्यक्ति उनके आने की आवाज सुनकर वहां से भाग जाता है।
रुथ को हॉस्पिटल ले जाया गया मगर कुछ समय बाद उसने दम थोड़ दिया। रुथ के ऊपर 7 साल पहले भी हमला हुआ था। जब वह किसी काम से बाहर जा रही थी तो एक कार मे सवार व्यक्ति ने उसे जबरन अंदर बैठाने कोशिश की।
रुथ ने उसका विरोध किया और जब वह भागने लगी तो उस व्यक्ति ने पीछे से उसके पीठ मे गोली मार दी लेकिन रुथ उस घटना मे बच गई। पर रुथ आज इतनी भग्यशाली नही थी। हलाकि यह घटना उस किलर से संबन्धित नही जिसकी हम यहाँ बात कर रहे हैं।
रुथ की हत्या के आठ महीने बाद 29 जनवरी 1960 को अमान्डा रॉकफेलो (73) नाम की महिला की गला दबाकर हत्या कर दी गई। और उसकी लाश उसके घर से कुछ ही दुरी पर मिली।
फिर 10 फरवरी 1960 को ऐन कॉटर (60) नाम की महिला की हत्या तब कर दी गई जब वह चर्च जा रही थी।
2 मई 1960 को अल्मायारा मिलर(74) नाम की महिला का उसके घर मे बलत्कार किया गया और फिर उसे भी जान से मार दिया गया।
13 मई को अपार्टमेंट मैनेजर एल्वा ग्रीन(60) की उसके फ्लैट मे हत्या और लूटपाट की गई। जाँच मे पता चला की उसके साथ भी बलत्कार किया गया था।20 जून को ग्रेस ए. मूर की भी हत्या कुछ इसी तरह ही गई।
इन सभी हत्याओ से पुलिस बहुत परेशान हों चुकी थी । उनके ऊपर दबाव बढ़ता जा रहा था। लेकिन उनके पास हत्यारे से जुड़ा कोई भी सबूत नही था।
इसी बीच 26 जून 1960 को एक और हत्या हों गई। मर्सीडीज लैन्गरोन (72) की उसके घर मे बलत्कार किया गया और फिर चादर से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई।
लेकिन इस बार हत्यारा स्पष्ट रूप से देखा गया। मर्सीडीज की सहेली और रूम पार्टनर एडेला विलियम्स स्टोर से काम खतम करके घर आई तो एक व्यक्ति को उसके अपार्टमेंट से बाहर जाते देखा।
वह व्यक्ति एक अश्वेत था जिसकी लम्बाई 6 फीट के आस-पास थी। वजन लगभग 70 kg का था। काले कलर का धुप का चस्मा पहनें हुए था।और एक सफेद कलर की गेंद उछाल रहा था।
कातिल के हुलिया के बारे मे मिडिया मे जब बात पहुंची तो यही से उसका नाम ” The Bouncing Ball Killer ” पड़ गया। पुलिस ने उस व्यक्ति की स्केच बनवाया और शहर मे जगह-जगह चस्पा करवा दिया।
कुछ ही दिन मे पुलिस को खबर मिली स्केच से मिलता जुलता व्यक्ति एक मॉल मे देखा गया है। जिसके हाथ मे भी रबर की सफेद बॉल है।
पुलिस मौके पर पहुंच कर उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। इसका नाम नोबल हार्पर था जो की बस धोने का काम करता था। उसका चेहरा हूबहू स्केच वाले व्यक्ति से मेल खा रहा था। लेकिन इसकी लम्बाई उस व्यक्ति से कही अधिक थी।
जाँच मे बात साफ हों गई की यह वह व्यक्ति नही है जिसकी पुलिस को तलाश है। उसे दो दिन बाद रिहा कर दिया गया।
10 जुलाई को सेन डियागो मे एक राजमिस्त्री को गिरफ्तार किया गया जिसकी शकल स्केच वाले व्यक्ति से हूबहू मिलती थी। उसके जूते भी उस व्यक्ति से मेल खा रहे थे। जिसके बारे मे एडेला विलियम्स ने पुलिस को बताया था।
लेकिन इस व्यक्ति के खिलाफ भी कोई ठोस सबूत नही मिला जिसके कारण उसे भी छोड़ना पड़ा।
कुछ दिन बाद किसी कॉलेज के अपार्टमेंट मे एक महिला की चिल्लाने की आवाज सुनी गई। जिसके तुरंत बाद पुलिस को सूचित किया गया।
जब पुलिस मौके पर पहुंची तो रेमंड वार्ड क्लेमन्स (35) नाम के व्यक्ति को उसी जगह पर अपनी गाड़ी मे बैठते हुए देखा गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
और आस-पास की जगहों की तलाशी ली गई तो नीना टी थरोन(19) नाम की महिला की लाश पुलिस को मिल गई। जिसकी हत्या गला दबाकर की गई थी।
क्लेमन्स ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली। क्लेमन्स ने पुलिस को बताया नीना को उसने अपनी कार मे मे लिफ्ट दिया था। और उसे बताया की वही bouncing ball killer है।
पुलिस को अब अहम सुराग मिल चूका था। उन्होंने क्लेमन्स का पॉलिग्राफ टेस्ट लेने का फैसला किया। इसमे उसने नीना की हत्या की बात तो कबुली लेकिन bouncing ball killer वाली बात उसने झूठ बोली थी।
नीना के कत्ल का दोष क्लेमन्स के ऊपर लगा और उसे उम्र कैद की सजा मिली।
लेकिन पुलिस को जिस सीरियल किलर की तलाश थी। वह अब भी उनकी गिरफ्त से दूर था। संदेह के आधार पर कुछ और व्यक्तयों को गिरफ्तार किया गया लेकिन सबूतों की कमी के कारण उन्हें भी छोड़ना पड़ा।
समय के साथ हत्याए कम होती गई और धीरे-धीरे लोगो के जेहन से यह किलर उतरता गया। आज भी ए रहस्य बना हुआ है की “the bouncing ball killer” कौन था।