आज हम आपको एक ऐसी सच्ची क्राइम की कहानी बताने जा रहे हैँ। जिसे जानकर आप भी सोच मे पड़ जायेंगे आखिर इस परिवार को किसने और क्यों मार डाला।
जबकि इस परिवार की किसी से कोई दुश्मनी भी नही थी। और न ही इनका किसी से किसी भी प्रकार का विवाद था।
फिर भी किसी ने इस परिवार के 3 सदस्यों की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या का कारण आज भी नही पता चल पाया है।
यह केस अमेरिका के कुछ अनसुलझे केसो मे से एक है जिसे पुलिस अभी तक सुलझा नही पाई है।
आज के ब्लॉग पोस्ट मे हम आपको बताएँगे उस फॅमिली के बारे मे और उनके साथ हुई घटना के बारे मे आखिर उस रात क्या हुआ था जिससे पुरे तल्हासी शहर को झकझोर के रख दिया था।
तो चलिए हम आपको विस्तार से बताते है की उनके साथ हुई घटना के बारे मे।
सन 1960 के दशक मे अमेरिका का तल्हासी (फ्लोरीडा राज्य का एक शहर ) शहर एक ऐसा शहर था। जिसे बहुत ही शांत और सुरक्षित माना जाता था। यहाँ के लोग एक दूसरे के बारे मे अच्छी तरह से जानते थे। और आपस मे घुल मिल के रहते थे।
यहाँ पर अपराध की घटनाये ना के बराबर होती थी। इसलिए लोग अपनी सुरक्षा को लेकर कभी चिंतित नही थे। कूल मिलाकर तल्हासी शहर लोगो के रहने और बच्चों के पालन – पोषण के लिए अच्छी जगह थी।
60 के दशक मे यही पर 5 लोगो का एक छोटा सा परिवार रहता था। इस परिवार के मुखिया थे रोबर्ट सिम्स (1924) और उनकी पत्नी हेलेन सिम्स (1932) और तीन बेटियां जेनी (1949) जुडियाथ (judiath)(1950) जॉय (1954)
रोबर्ट सिम्स फ्लोरडा के एजुकेशन डिपार्टमेंट मे बतौर टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट के रूप मे कार्यरत थे। उनकी पत्नी हेलेन तल्हासी के सबसे बड़े और पुराने चर्च मे सीक्रेट्री और प्यानिस्ट रूप मे कार्य कर रही थी।
और उनकी तीनो बेटियां पास के ही एक स्कूल मे पढ़ाई कर रही थी। सिम्स फॅमिली आस-पड़ोस मे सम्पन्न और सम्मानित फॅमिली थी।
सब कुछ अच्छा चल रहा था। दिन आया 22अक्टूबर 1966 का दिन आज के दिन शहर मे एक बड़े फुटबॉल मैच का आयोजन किया गया था।
यह मैच फ्लोरीडा राज्य और मेसेसीपी राज्य के बीच मे खेला जाना था। इस मैच का क्रेज इतना ज्यादा था की शहर के लगभग सभी लोग मैच देखने स्टेडियम गए हुए थे।
और जो लोग स्टेडियम नही जा सके वे लोग घर पर ही टेलीवीजन और रेडियो के माध्यम से मैच का आनंद ले रहे थे।
इस मैच को देखने के लिए रोबर्ट सिम्स भी अपने परिवार के साथ स्टेडियम जाने वाले थे। लेकिन उन्हें दूसरे दिन चर्च मे किसी प्रोग्राम के लिये सुबह जल्दी जाना था।
इसलिए वे स्टेडियम ना जाकर घर पर ही अपनी पत्नी और छोटी बेटी जॉय के साथ रेडियो पर मैच का आनंद ले रहे थे।
और उनकी दोनों बड़ी बेटियां पास के ही किसी परिवारिक मित्र के घर पर उनके बच्चों के देखभाल के लिए गई हुई थी।
दरअसल उस परिवार के मुख्य सदस्य शहर मे हो रहे फुटबॉल मैच को देखने के लिए स्टेडियम गए हुए थे। इसलिए उनके छोटे बच्चों के देखभाल के लिए जेनी और जुड़ियाथ उनके घर गई हुई थी।
मैच 11 बजे आस-पास खतम हो गया जिसमे फ्लोरिडा टीम ने मेसेसीपी टीम को 10-0 से हरा दिया। जेनी करीब 11:15 पर अपने घर पहुँचती है। जब वह दरवाजा खोलकर अंदर जाती है। घर मे कोई दिखाई नही दे रहा है।
मेज पर आधी खाली कप कॉफ़ी की पड़ी है। रेडियो चल रहा है। लेकिन उसके आस-पास कोई नही है। वह अपनी माँ और बहन को आवाज लगाती है लेकिन बदले मे उसे कोई जवाब नही मिलता है।
जब वह उन्हें ढूंढ़ते हुए मास्टर बेडरूम मे पहुँचती है। तो वहाँ का नजारा देखकर उसके होश उड़ जाते हैं। उसके पिता रोबर्ट सिम्स बेड पर पड़े हुए थे।
उनके दोनों हाथ पीछेकी तरफ बधे हुए थे। आंख पर पट्टी बाँधी गई थी। और मुँह मे कपड़े ठुसे हुए थे।
लेकिन इससे भयानक था की रोबर्ट सिम्स के सर मे गोली मारी गई थी। और बेड पर चारो तरफ खून ही खुन फैला हुआ था।
बेड के नीचे फर्श पर उसकी माँ हेलेन सिम्स बेसुध अवस्था मे पड़ी थी। उनके ठीक बगल मे उनकी छोटी बेटी जॉय सिम्स पड़ी थी।
इन दोनों के भी हाथ बधे थे। और इनके सर पर भी गोली मारी गई थी। हेलेन के सर और पैर दोनों पर गोली लगी थी।
लेकिन सबसे भयानक स्थिति जॉय की थी जॉय को सर पर तो गोली मारी ही गई थी। इसके अलावा उसके पेट मे 6 बार चाकू मारा गया था।
यह सब देखकर जेनी बुरी तरह घबरा जाती है। और वह तुरंत भाग कर इमरजेंसी के लिए रसेल बेविस नाम के व्यक्ति को फोन करती है।
रसेल बेविस मरे हुए व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए एम्बुलेंस सेवा प्रदान करते थे। जेनी का बेविस को कॉल करने का कारण यह था।
की 60 के दसक के समय तल्हासी मे आपातकालीन स्थिति के लिए कोई हेल्पलाइन नंबर नही था।
जेनी ने रसेल को घबराते हुए बताया की यहाँ पर कुछ भयानक घटित हुआ है।
कृपया आप जल्दी आये। यह कहकर जेनी ने फोन काट दिया। उसके कुछ समय बाद बेविस अपने बेटे रॉकी के साथ जेनी के घर पहुंचते हैं।
वहाँ पहुंचते ही होबर्ट सिम्स और और उनकी पत्नी हेलेन और बेटी जॉय के हाथ खोलते हैं। उनके आंख से पट्टी हटाते हैं और चेक करते हैं कोई जिन्दा तो नही है।
जॉय सिम्स की मौत तो पहले ही हो चुकी थी। लेकिन रोबर्ट सिम्स और हेलेन सिम्स की सांसे अब भी चल रही थी। लेकिन बेविस के पहुंचने के कुछ ही समय बाद रोबर्ट सिम्स की मौत हो जाती है।
लेकिन हेलेन सिम्स अभी भी जिन्दा थी। उन्हें फौरन अस्पताल पहुंचाया जाता है। हेलेन 9 दिन कोमा मे रहने के बाद उनकी दुखद मृत्यु हो जाती है।
इस घटना की जाँच के लिए आधी रात को रोबर्ट सिम्स के घर पहुंचने वाले सबसे पहले तल्हासी पुलिस डिपार्टमेंट अधिकारी ई.सी डेनी थे।
जाँच मे घर मे जबरन प्रवेश के कोई सबूत नही मिले और न ही घर से कोई सामान गायब था। जिससे चोरी की आशंका को तुरंत खारीच कर दिया गया।
जाँच मे तल्हासी पुलिस डिपार्टमेंट और लोकल पुलिस के बीच मतभेद होने के कारण सैकड़ो पुलिस अफसरो का आना जाना लगा रहा।
इस लापरवाही क्राइम स्पॉट दूषित हो गया। जिसके कारण कई महत्वपूर्ण सबूत मिट गये। शायद यही कारण था की कातिल नही पकड़ा गया।
इस घटना के बाद तल्हासी के लोगो के अंदर डर बैठ गया जहाँ पहले लोग अपने घरों के दरवाजे सभी के लिए खुले छोड़ दिए थे।
अब लोगो ने घरों मे ताले लगाने शुरू कर दिए। लोग पहले जैसे मिलनसार नहीं रहे। बच्चे अकेले बाहर जाने से डरने लगे।
हार्डवेयर की दुकान पर सेल्फ डिफेन्स के हथियार मिलने लगे। हेलोवीन का त्यौहार भी कैंसल कर दिया गया।
लोगो के अंदर डर के देखते हुए पुलिस की कुछ टीमों को गस्त के लिए लगा दिया गया।
और इधर हत्यारे की खोज के लिए पुलिस ने अपना दायरा बढ़ा दिया जहाँ पहले पड़ोसियों से पूछताछ की जा रही थी। वही अब पुलिस ने पास के जंगलो मे भी अपनी खोज शुरू कर दी।
जंगल मे मौजूद एक तालाब को इस उम्मीद मे सूखा दिया गया की शायद हत्या का कोई हथियार मिल जाय।
लेकिन ऐसा हुआ नहीं तमाम कोशिशो के बावजूद हत्या से संबंधित कोई सुराग नहीं मिला। यहाँ तक लोकल अथॉरिटी द्वारा इनाम की घोषणा भी की गई लेकिन उसका कोई फायदा नही हुआ।
धीरे-धीरे यह केस ठन्डे बस्ते मे चला गया। लेकिन जैसा की हम जानते हर केस मे कोई ना कोई संदिग्ध जरूर होता है। जिसपर लोगो को संदेह होता है।
ऐसे ही इस केस मे कुछ संदिग्ध हैं जो की कातिल हो सकते हैं। हालांकि उनके खिलाफ पुलिस को कोई ठोस सबूत नहीं मिले जिससे यह साबित हो जाय की कातिल यही हैं।
फिर भी संभावना जताई जाती है की हो ना हो कातिल इसी मे से कोई एक रहा होगा। तो चलिए जानते हैं कौन से हैं वो संदिग्ध।
Suspect 1:- इस केस के पहले संदिग्ध थे C.A Robert जो तल्हासी के सबसे पुराने चर्च के पादरी थे। यह वही चर्च था जिसमे हेलेन सेक्रेटरी थी। लोगो के बीच अफवाह थी की रोबर्ट का कई महिलाओ के साथ अफेयर था।
हेलेन के मौत से पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इसका कारण नहीं पता चल पाया लेकिन लोगो का अनुमान था की रोबर्ट ने हेलेन के साथ छेड़छाड़ की होंगी।
लेकिन जल्दी ही रोबर्ट को सिम्स फॅमिली की हत्या के संदिग्ध से हटा दिया गया। क्युकि जिस रात हत्या हुई थी उस समय रोबर्ट खुद फुटबॉल मैच देखने के लिए स्टेडियम गया हुआ था।
और वहाँ पर कई बार मैच देखते हुए कैमरे मे कैद हुआ। हालांकि बीच मे कुछ समय के लिए गायब था लेकिन कुछ समय बाद वह वापस आ गया।
रोबर्ट जितनी देर के लिए गायब था उतनी देर मे सिम्स फॅमिली की हत्या करना असंभव था इसलिए उसे छोड़ दिया गया।
Suspect 2:- हत्या के कुछ सालो के बाद Robert Howelles नाम के शख्स ने अपनी बीवी पेगी के सामने कबूल किया की उसने ही सिम्स फॅमिली का मर्डर किया है।
Robert ने बताया की उसने यह मर्डर 1966 मे तब किया जब वह हनीमून के लिए तल्हासी आया हुआ था।
उसका एक स्थानीय स्टोर पर हेलेन के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। उसके बाद वह हेलेन का उसके घर तक पीछा किया और बाद मे उसका मर्डर कर दिया।
पेगी को उसकी बात पर विश्वास था क्युकि उसका पति एक हिसंक प्रवृत्ति का व्यक्ति थी।और जब वह शराब पिता था तो और हिंसक हो जाता था।
इसलिए पेगी पुलिस के पास गई और सारी बात बता दी पुलिस ने Robert Howelles से पूछताछ की लेकिन वह साफ मुकर गया। उसका पोलिग्राफ टेस्ट लिया गया उसमे वह पास हो गया।
इसलिए उसे जाने दिया गया लेकिन पेगी को पूरा विश्वास था की उसका पति ही हत्यारा है। इसलिए वह उसकी बन्दुक लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच गई।
लेकिन जाँच मे पता चला की जिस बन्दुक से हत्या हुई थी वह 38 केलिबर की बन्दुक थी जबकि यह 32 केलिबर की बन्दुक है।
पेगी लास्ट तक कहती रही उसका पति ही हत्यारा है लेकिन सबूत ना मिलने के कारण उसे छोड़ दिया गया।
Suspect 3:- तीसरे सबसे बड़े संदिग्ध थे Mary Charles Lajoie और उसका प्रेमी Vernon Fox Junior ये दोनों प्रेमी जोड़े मानसिक रूप से कुछ हिले हुए थे।
मैरी को मुर्दो से पता नही क्या लगाव था की वह अक्सर अंतिम संस्कार गृह मे घुस जाती और वहाँ से कफन चुरा लेती तो वही vernon को कई बार लोगो के घरो मे ताक-झांक करते पकड़ा गया।
सिम्स फैमली की हत्या से 1 हप्ते पहले Vernon को उनके बैडरूम मे झाँकते हुए देखा गया था।
सिम्स फैमली की हत्या के बाद पुलिस ने इन दोनों से अलग-अलग पूछताछ की उन्होंने बताया की वे हत्या वाले दिन फिल्म देखने गए थे और उनका 2 फिल्म देखने का प्रोग्राम था।
जबकि इन्होने जहाँ से टिकट ख़रीदा था उस व्यक्ति ने बताया की ये दोनों सिर्फ एक फिल्म के लिए रुके थे।
Vernon ने बताया की फिल्म के बाद हम दोनों ने शारीरिक संबंध बनाया जबकि मैरी ने साफ मना करते हुए कहा की हमने पिछले 1 साल मे किसी भी प्रकार से शारीरिक संबंध नही बनाया है।
इन दोनों की बातो मे विरोधाभास था लेकिन इन दोनों की मानसिक स्थिति को देखते हुए केस की जाँच कर अधिकारी ने इन्हे सीरियस नही लिया और इन्हे जाने दिया।
बाद मे vernon और मैरी ने आपस मे शादी कर ली लेकिन 1986 मे दोनों का तलाक हो गया।
तलाक के बाद 1987 मे मैरी वापस तल्हासी आ गई। उसने इस केस की जाँच कर रहे अधिकारीयों से दोबारा संपर्क किया।
और 6 घंटे की लम्बी इंट्रोगेट मे कई खुलासे किये लेकिन हत्या मे शामिल होने की किसी भी बात से इंकार कर दी।
उसने अधिकारियो से कहाँ की अगर हम कबूल कर लेते हैं की हत्या मैंने और vernon ने की हैं तो आप क्या करेंगे अधिकारियो ने कहाँ हम आपको अच्छे मानसिक अस्पताल मे इलाज के लिए भेजेंगे।
लेकिन मैरी ने मुस्कुराते हुए कहाँ मै किसी भी सरकारी अस्पताल मे जाने के बजाय इनाम की राशि लेकर किसी प्राइवेट अस्पताल मे इलाज करना पसंद करुँगी।
इतनी लम्बी इंट्रोगेट के बाद भी अधिकारियो के हाथ ऐसा कुछ नही लगा की जिससे इनमे से किसी को दोषी ठहराया जा सके।
पुलिस अधिकारियो के तमाम कोशिशो के बावजूद आज भी यह केस अनसुलझा हैं।